Choti Diwali Par Kitne Diye Jalaye | How Many Diyas to Light on Choti Diwali
छोटी दिवाली, जिसे Narak Chaturdashi भी कहा जाता है, दीपावली से एक दिन पहले मनाई जाती है। यह दिन अंधकार पर प्रकाश और बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। इस दिन दीये जलाना बहुत शुभ माना जाता है, लेकिन अक्सर लोगों के मन में सवाल रहता है — छोटी दिवाली पर कितने दीये जलाने चाहिए? आज मैं आपको इस सवाल का जवाब बताऊंगा, साथ ही इसके पीछे की धार्मिक मान्यताएं और महत्व भी समझाऊंगा।
छोटी दिवाली पर कितने दीये जलाने चाहिए (How Many Diyas to Light on Choti Diwali)
पुराणों और वास्तु शास्त्र के अनुसार, छोटी दिवाली की शाम को 14 दीये जलाना शुभ माना जाता है।
इसे चौदह दीपदान कहा जाता है। इसका अर्थ है –
14 दीये जलाकर यम देवता को प्रसन्न करना और अपने घर से नकारात्मक ऊर्जा को दूर करना।
इन 14 दीयों को अलग-अलग जगह जलाया जाता है, जैसे –
| स्थान | जलाए जाने वाले दीयों की संख्या | महत्व |
|---|---|---|
| घर के मुख्य द्वार पर | 1 | बुरी शक्तियों से रक्षा |
| तुलसी के पौधे के पास | 1 | घर की सुख-शांति के लिए |
| रसोई घर में | 1 | अन्न की समृद्धि के लिए |
| बाथरूम/वॉश एरिया के पास | 1 | शुद्धता का प्रतीक |
| घर की छत या बालकनी पर | 1 | वातावरण की शुद्धता के लिए |
| आंगन में | 1 | देवी लक्ष्मी का स्वागत |
| पूजा स्थान पर | 5 | भगवान गणेश और लक्ष्मी जी के लिए |
| घर के हर कोने में | 3 | सकारात्मक ऊर्जा के लिए |
दीये जलाने का सही समय (Best Time to Light Diyas)
छोटी दिवाली के दिन संध्या के समय, यानी सूर्यास्त के बाद दीये जलाना शुभ माना जाता है।
आप इसे प्रदोष काल में जलाएं, जो आमतौर पर सूर्यास्त से 45 मिनट बाद शुरू होता है।
इस समय जलाए गए दीये अंधकार को दूर कर सकारात्मकता लाते हैं।
दीये किस दिशा में रखें (Direction for Lighting Diyas)
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दीये को पूर्व दिशा या उत्तर दिशा की ओर रखें।
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अगर आप पूजा स्थान पर दीया जला रहे हैं, तो उसे पूर्वमुखी रखना शुभ होता है।
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घर के बाहर या दरवाजे पर रखा दीया दक्षिण दिशा की ओर होना चाहिए ताकि यम देवता को समर्पित हो सके।
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छोटी दिवाली पर कौन से दीये जलाना शुभ होता है (Which Diyas are Auspicious)
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मिट्टी के दीये – ये सबसे पवित्र माने जाते हैं।
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घी का दीया – देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करता है।
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सरसों के तेल का दीया – नकारात्मक ऊर्जा और दोषों को दूर करता है।
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तिल के तेल का दीया – शांति और मानसिक स्थिरता के लिए शुभ है।
धार्मिक मान्यता (Religious Belief)
हिंदू धर्म के अनुसार, छोटी दिवाली की रात अगर 14 दीये जलाकर यम देवता की दिशा (दक्षिण दिशा) में एक दीया जलाया जाए, तो व्यक्ति को अकाल मृत्यु का भय नहीं रहता।
इस दिन जलाए गए दीये पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए भी माने जाते हैं।
छोटी दिवाली के दिन के अन्य शुभ कार्य (Other Rituals on Choti Diwali)
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तिल के तेल से स्नान करने की परंपरा है।
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घर की सफाई और सुगंधित धूप जलाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
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यम दीपदान के साथ भगवान कृष्ण और लक्ष्मी जी की पूजा करें।
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रात में दीपक जलाकर कुछ देर ध्यान या प्रार्थना करना बहुत शुभ माना गया है।
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छोटी दिवाली के लिए दीये जलाने की संक्षिप्त तालिका
| तत्व | संख्या | उद्देश्य |
|---|---|---|
| कुल दीये | 14 | यम देवता को प्रसन्न करने के लिए |
| तेल का प्रकार | सरसों / तिल | शुद्धि और नकारात्मकता से रक्षा |
| जलाने का समय | सूर्यास्त के बाद | प्रदोष काल |
| दिशा | दक्षिण एवं पूर्व | शुभ फल के लिए |
Choti Diwali और धनतेरस का संबंध (Relation Between Choti Diwali and Dhanteras)
दिवाली से पहले आने वाले दो मुख्य दिन हैं — धनतेरस और छोटी दिवाली।
धनतेरस पर लोग धन, बर्तन, और सोना खरीदते हैं जबकि छोटी दिवाली पर दीपदान और पूजा का विशेष महत्व होता है।
यह दोनों दिन मिलकर दिवाली की शुरुआत को दर्शाते हैं।
Conclusion
अब आपको पता चल गया होगा कि छोटी दिवाली पर 14 दीये जलाना सबसे शुभ माना गया है।
इन दीयों को सही दिशा, सही तेल और सही समय पर जलाने से घर में लक्ष्मी कृपा और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
छोटी दिवाली का यह दीपदान न केवल धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण है बल्कि यह हमारे जीवन में प्रकाश, उम्मीद और नई शुरुआत का प्रतीक भी है।
इस दिवाली आप भी इन 14 दीयों को जलाकर अपने घर और दिलों में रोशनी फैलाएं।
आपको और आपके परिवार को छोटी दिवाली की हार्दिक शुभकामनाएं!
